प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना (Pradhanmantri Rojgar Protsahan Yojana) को श्रम एवम रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वर्ष 2016 में रोजगार देने वाले को प्रोत्साहित करने के लिए लाया गया था। इस योजना द्वारा रोजगार देने वाले को अतिरिक्त रोजगार पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करती है, हम इस आर्टिकल में देखने वाले है कि इस योजना से किस वर्ग को फायदा मिलेगा, इसके लिए क्या अर्हता होने चाहिए।
प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना (Pradhanmantri Rojgar Protsahan Yojana) क्या है?
प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना (Pradhanmantri Rojgar Protsahan Yojana) का प्रारंभ वर्ष 2016 में नए रोजगार के अवसर पैदा करने के मकसद से शुरू किया गया था इस योजना के तहत रोजगार देने वाले की 12% की बोझ को सरकार द्वारा Employees Provident Fund scheme(कर्मचारी भविष्य निधि) और Employees Pension Scheme (कर्मचारी पेंशन योजना) में वहन किया जाएगा। इस योजना के पहले यह राशि कर्मचारी के खाते में कर्मचारी पेंशन योजना के तहत, रोजगार देने वाले को अनिवार्य रूप से जमा किया जाता था। प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना से सरकार रोजगार देने वाले को इनसेंटिव देकर प्रोत्साहित कर रही है तो दूसरी तरफ इस योजना से नए रोजगार पैदा होंगे जो देश की सबसे बड़ी ज्वलंत मुद्दा बेरोजगारी पर चोट करेगी।
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प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना की जानकारी संक्षेप में
योजना | प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना |
किसके द्वारा लायी गयी | भारत सरकार |
लाभ किसे मिलेगा | भारत के नागरिक |
कब लाया गया | 2018 |
उद्देश्य | व्यापारिक प्रतिष्ठान को रोजगार सृजन के लिए प्रोत्साहित करना |
क्या लाभ मिलेगा | कर्मचारी भविष्य निधि और कर्मचारी पेंशन योजना का 12% व्यय सरकार द्वारा |
ऑफिशियल वेबसाइट | https://pmrpy.gov.in/ |
प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना की उद्देश्य
इस योजना को लेकर भारत सरकार रोजगार देने वाले को प्रोत्साहन कर नए रोजगार के अवसर पैदा करना चाहती है
इस योजना से सरकार रोजगार देने वाले को 12% की कर्मचारी भविष्य निधि और कर्मचारी पेंशन योजना की दायित्व को अपने ऊपर लेकर प्रोत्साहित करने की कोशिश कर रही है, जिससे रोजगार देने वाले नए रोजगार की सृजन को लेकर उत्साहित हों।
प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना से किसे फायदा
इस योजना के अंतर्गत वैसे कर्मचारी आयेंगे जिनका मासिक वेतन 15000 रुपए के अंदर है
इस योजना के तहत वैसे कर्मचारी आयेंगे जिनका नौकरी लगे 3 साल से ज्यादा नही हुआ है।
प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना (Pradhanmantri Rojgar Protsahan Yojana) से संभवतः अप्रशिक्षित और अर्धप्रशिक्षित कामगार को ज्यादा फायदा मिलेगा। ऐसे कामगार को रोजगार मिलने की संभावना बढ़ जाएगी।
प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना की पात्रता
- इस योजना के तहत लाभ लेने के लिए व्यापारिक प्रतिष्ठान को ईपीएफओ के अंदर पंजीकृत होना अनिवार्य है।
- भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- व्यापारिक प्रतिष्ठान के पास LIN संख्या होना जरूरी है।
- कर्मचारी की सैलरी 15000 से ज्यादा नही होना चाहिए।
- UAN आधार कार्ड से लिंक हो।
प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना के लिए जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड(यूआईडी)
- आय प्रमाण पत्र(Income Certificate)
- LIN संख्या
- राशन कार्ड(Ration Card)
- निवास प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो(Photo)
- मोबाइल नंबर
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प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना की आवेदन कैसे करें
- प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना (Pradhanmantri Rojgar Protsahan Yojana) का लाभ लेने केलिए इसके ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं।
- इस योजना में शामिल होने के लिए आवेदन में मांगी गई सारी जानकारी को भर दीजिए।
- इसके बाद दस्तावेज को अपलोड कर लें।
- आवेदन हो जाने के बाद इसके आवेदन के कॉपी को डाउनलोड कर रख ले।
- पुनः यदि आप लॉगिन करना चाहते है तो इसके लिए आपको LIN या PF कोड एवम पासवर्ड की आवश्यकता पड़ेगी। जिसे भर कर आप इस योजना के वेबसाइट पर लॉगिन कर पाएंगे।
प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना से जुड़े संभावित प्रश्न
1. प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना (PMRPY) क्या है?
यह भारत सरकार द्वारा 2016 में शुरू की गई एक योजना है, जिसका उद्देश्य नियोक्ताओं (रोजगार देने वालों) को नए रोजगार सृजित करने के लिए प्रोत्साहित करना है। इसके तहत, सरकार कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) और कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) में नियोक्ता के 12% अंशदान का भुगतान करती है।
2. इस योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
- नए रोजगार के अवसर बढ़ाना (विशेषकर असंगठित क्षेत्र में)।
- नियोक्ताओं को वित्तीय सहायता देकर अधिक कर्मचारी भर्ती करने के लिए प्रेरित करना।
- कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा (EPF/Pension) का लाभ दिलाना।
3. योजना का लाभ किसे मिलता है?
- नियोक्ता (Employers): जो नए कर्मचारियों को नौकरी देते हैं।
- कर्मचारी (Employees): जिनका मासिक वेतन ₹15,000 या उससे कम है और जिन्हें अप्रैल 2016 के बाद नौकरी मिली है।
4. पात्रता (Eligibility) क्या है?
नियोक्ताओं के लिए:
- संस्थान EPFO के साथ पंजीकृत होना चाहिए।
- LIN (Labour Identification Number) होना आवश्यक है।
- केवल नए कर्मचारियों (जिनकी भर्ती 1 अप्रैल 2016 के बाद हुई हो) के लिए लागू।
कर्मचारियों के लिए:
- वेतन ₹15,000 प्रति माह से कम होना चाहिए।
- UAN (Universal Account Number) आधार से लिंक होना चाहिए।
5. आवश्यक दस्तावेज कौन-कौन से हैं?
- आधार कार्ड
- UAN (EPF खाता संख्या)
- बैंक खाता विवरण
- रोजगार प्रमाण पत्र
- LIN नंबर (नियोक्ता के लिए)
6. आवेदन कैसे करें?
- ऑफिसियल वेबसाइट https://pmrpy.gov.in/ पर जाएँ।
- नियोक्ता लॉगिन करें (LIN/PF कोड और पासवर्ड से)।
- नए कर्मचारियों की जानकारी भरें और EPF/Pension योगदान का विवरण दें।
- आवश्यक दस्तावेज अपलोड कर सबमिट करें।
- पावती संख्या (Acknowledgement Number) सुरक्षित रखें।
7. योजना के क्या लाभ हैं?
✅ नियोक्ताओं को 12% EPF योगदान में छूट (सरकार द्वारा भुगतान)।
✅ कर्मचारियों को PF और पेंशन का लाभ मिलता है।
✅ रोजगार बढ़ाने में मदद मिलती है, विशेषकर छोटे व्यवसायों और MSME क्षेत्र में।
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8. क्या यह योजना अभी भी चल रही है?
हाँ, यह योजना अभी भी सक्रिय है, लेकिन नए अपडेट के लिए आधिकारिक वेबसाइट देखें।
9. सहायता के लिए कहाँ संपर्क करें?
- EPFO हेल्पलाइन: 1800-118-005
- आधिकारिक वेबसाइट: https://www.epfindia.gov.in/
Vivek Verma is a seasoned writer with over two years of experience covering government schemes, job recruitments, internships, education, finance, economics, politics, geopolitics, ethics, policies, and related topics. A graduate of Ranchi University, he brings a deep understanding of government policies and job markets. With a decade-long experience in UPSC Civil Services Examination (CSE) preparation, he provides well-researched and insightful content, making complex subjects easily accessible to readers.